अन्तिम वर्ष के छात्रों को प्रमोट करने के पक्ष में नहीं एबीवीपी, मूल्यांकन के अलग तरीके अपनाने का सुझाव

परिषद ने राष्ट्रीय स्तर पर जारी की विज्ञप्ति, परीक्षा के विकल्पों पर विचार करने की दी सलाह
Lucknow : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कोरोना के इस दौर में भी अन्तिम वर्ष के छात्रों को बिना परीक्षा प्रमोट करने के पक्ष में बिलकुल नहीं है। परिषद का कहना है कि अन्तिम वर्ष के इन छात्रों को परीक्षा के आधार पर ही अंक मिलने चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग जैसे व्यवस्थाओं को मद्देनजर ओपन बुक एग्जाम, प्रोजेक्ट वर्क, लिखित कार्य और निबंध, ऑनलाइन व टेलिफोनिक वाइवा जैसे विकल्प भी सुझाए हैं। परिषद की ओर से सोमवार को एक विज्ञप्ति जारी कर देश के कई राज्यों में अपनाए जा रहे प्रमोशन के फार्मूले को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं।

परिषद की नेशनल जनरल सेक्रेटरी निधि त्रिपाठी का कहना है कि डिग्री बांटते समय शिक्षा की गुणवत्ता एक अहम मानक होता है। कोई भी फैसला लेने से पहले छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखा जाए। उनका कहना है कि जेईई और नीट की तिथियां बढ़ा दी गई हैं। साफ है सत्र नवम्बर तक शुरू हो पाएगा। ऐसे में जल्दबाजी करने के बजाए इंतजार करना चाहिए।