शत प्रतिशत अंक लाकर रच दिया इतिहास

Lucknow. जितना पूर्णांक, उतना ही प्राप्तांक…… यानि जिनमें नंबर का इंतेहान उतने ही नंबर। एक नंबर भी कम नहीं…… साइंस बैकग्राउंड होगा….. मैथ, साइंस के साथ। ……..नहीं यह कमाल हुआ है ह्यूमनटीज के सब्जेक्ट में। हां, वहीं ह्यूमनटीज स्ट्रीम, जिसे बहुत से लोग कम स्कोरिंग समझते हैं। लेकिन यह कमाल हुआ सोमवार को जारी सीबीएसई के रिजल्ट में। राजधानी लखनऊ की एक छात्रा ने 600 में से 600 अंक ला कर न सिर्फ अपने स्कूल और शहर बल्कि प्रदेश और देश में अपने नाम का डंका बजवा दिया। और उस बच्ची का नाम है दिव्यांशी जैन। सीबीएसई के रिजल्ट के साथ जो नाम पूरे देश में गूंज रहा है, वह दिव्यांशी जैन राजधानी स्थित नवयुग रेडियंस की 12वीं की छात्रा है, जिसने सभी विषयों में पूरे में से पूरे अंक प्राप्त किए हैं। दिव्यांशी ने हाईस्कूल में भी 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे।

वह लड़की जिसने अंग्रेजी और संस्कृत में भी पाए पूरे अंक
दिव्यांशी के विषयों में अंग्रेजी, संस्कृत, हिस्ट्री, ज्योग्रिफी, इंश्योरेंस और इकोनाॅमिक्स शामिल है। दिव्यांशी ने दो विपरीत ध्रुवों वाले विषय अंग्रेजी और संस्कृत में भी 100 में से 100 अंक प्राप्त किए हैं। हालांकि दिव्यांशी को सभी छह विषयों में ही सौ में से सौ अंक मिले हैं। गणेशगंज निवासी दिव्यांशी के पिता राजेश प्रकाश जैन स्टेशनरी व्यवसायी है और मां सीमा जैन गृहणी हैं। उन्होंने बताया कि वह रोजाना पांच से छह छंटे पढ़ाई करती थी और जो कुछ भी पढ़ती थी उसके नोट्स बना लिया करती थी। पढ़ाई में मदद के लिए उन्होंने किसी कोचिंग, ट्यूशन का सहारा नहीं लिया। हां, वह कांसेप्ट समझने के लिए इंटरनेट की मदद जरूर लेती थीं।
हिस्ट्री सब्जेक्ट में करना है रिसर्च
दिव्यांशी ने बताया कि उनका फेवरेट सब्जेक्ट हिस्ट्री है और उन्हें न सिर्फ सिलेबस बल्कि हिस्ट्री की अलग-अलग किताबें पढ़ना भी पसंद है। उनका कहना है कि वह आगे चल कर हिस्ट्री सब्जेक्ट में ही रिसर्च करना चाहेंगी।