नए कलेवर में री-लॉन्च हुए डिप्लोमा कोर्स

करीब दो वर्ष से बंदी के कगार पर खड़े लखनऊ विश्वविद्यालय के डिप्लोमा कोर्स को एकबार फिर नए कलेवर के साथ शुरू किया गया है। विवि ने इन कोर्स की एडऑन की अनिवार्यता समाप्त कर डिप्लोमा कोर्स के पाठ्यक्रम में भी आमूलचूल परिवर्तन किया है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के नेतृत्व में विश्वविद्यालय में चल रहे सभी डिप्लोमा, पी जी डिप्लोमा , सर्टिफिकेट कार्यक्रमों के पाठ्यक्रमों का पुनरावलोकन करा कर अधिक उपयोगी तथा रोजारोन्मुखी बनाने की पहल की है। दो वर्षों से इन पाठ्यक्रमों को एडआन की श्रेणी में डालने से यह सभी लगभग बन्द हो गये थे। कुलपति महोदय ने इन पाठ्यक्रमों की एडआन की अनिवार्यता समाप्त करने का निर्णय लिया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस निर्णय से समाज के एक बड़े वर्ग को बहुत ही सुविधा होगी और जो लोग अपनी प्रोफेसनल स्किल को बढ़ाना चाहते है , उनको एक सुनहरा अवसर लखनऊ विश्वविद्यालय प्रदान कर रहा है।
विश्वविद्यालय ने कोरोना की समस्या को देखते हुए कई रोजारोन्मुखी आनलाइन डिप्लोमा भी प्रारम्भ करने का निर्णय लिया है जिसकी इस समय बहुत ही उपयोगिता दिखाई दे रही है। पुराने डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के अलावा बड़ी संख्या में नये रोजारोन्मुखी एवं स्किल डेवलपमेंट पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जा रही है।
नये डिप्लोमा कोर्सेज़ में साइबर ला , गर्भ संस्कार, राइट टू इन्फ़ॉर्मेशन , इत्यादि तथा आनलाइन कोर्सेज़ मे टूरिज़्म से सम्बन्धित तीन डिप्लोमा, वाइल्डलाइफ़ के तीन डिप्लोमा, गर्भ संस्कार इत्यादि हैं ।