September 14, 2020

PCS 2018 : सफलता उन्हें मिलती है जिनके हौसलों में उड़ान होती है

LUCKNOW. कहा जाता है कि सफलता एक रात में नहीं आती, इसके लिए कई रातों को स्याह करना पड़ता है और स्याह हुई काली रातों में सफलता की सुनहरी इबादत मुस्तकबिल होती है। बीते शुक्रवार को जारी हुए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (पीसीएस) 2018 के परिणामों ने यह तय कर दिया कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है और जब सफलता दरवाजा खटखटाती है तो लिंग, धर्म, जाति, क्षेत्र या आर्थिक स्तर जैसी असमताएं बेमानी हो जाती हैं। सफलता की ऐसी ही सुनहरी कहानी लिखी है लखीमपुर जनपद की प्रिया पटेल ने।

प्रिया पटेल, पीसीएस 2018 में चयनित

प्रारंभिक शिक्षा गृह जनपद में पूरी करने के बाद प्रिया ने स्नातक की पढ़ाई लखनऊ विश्वविद्यालय से पूरी की और इसके बाद स्नातकोत्तर के लिए काशी के बनारस हिन्दू विवि का रूख किया। इसी दौरान प्रिया ने सोशलाॅजी विषय में नेट-जेआरएफ की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद प्रिया ने पुनः राजधानी लखनऊ का रूख किया और सोशलाॅजी विषय से ही पी.एचडी शुरू कर दी। प्रिया बताती हैं कि सिविल सेवा में शामिल होने का सपना बचपन से आंखों में पल रहा था। घर पर भी हर कोई मुझे इसके लिए लगातार प्रेरित कर रहा था। प्रिया ने पीसीएस 2018 की परीक्षा में जिला प्रोवेशनरी अधिकारी डीपीओ संवर्ग में नवां स्थान लाकर न सिर्फ घर परिवार बल्कि पूरे जिले का मान बढ़ाया है। प्रिया ने अपनी सफलता में माता-पिता के साथ अपने दादा जी के योगदान का विशेष जिक्र किया। साथ ही उन्होंने अपने गुरूजनों और लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों का आभार व्यक्त किया है। प्रिया बताती है कि सफलता का कोई शाॅर्ट कट नहीं है। आपका निरंतर और ईमानदार प्रयास ही आपको वहां पहुंचता है, जिसके सपने आपको सोने नहीं देते हैं।

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