यह मेधा का अपमान नहीं तो और क्या?

Special Report By Sachin Yadav, Media Researcher
राजधानी से प्रकाशित होने वाले नेशनल इंग्लिश डेली में 21 अक्टूबर 2020 को पेज नंबर 12 पर हीवेट पॉलीटेक्निक में संविदा आधारित लेक्चरर पद के लिये एक विज्ञापन निकला है। इस विज्ञापन में प्रवक्ता—कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और प्रवक्ता—इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग दो पदों के लिये आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। सबसे ज्यादा चुभने वाली बात यह है कि इन पदों के लिये प्रथम श्रेणी में पास आउट छात्रों से आवेदन मांगे गये हैं और सैलरी के नाम पर सिर्फ प्रतिमाह 21000 रूपये देने के लिये कहा गया है। आवेदन करने वाले छात्रों को 600 रूपये और 300 रूपये का बैंक ड्रॉफ्ट भी लगाना है। इसके साथ ही बिना परीक्षा के इंटरव्यू पर आधार पर लेक्चरर का चयन किया जायेगा। सवाल यहीं से उठता है कि क्या प्रथम श्रेणी में बीटेक पास आउट छात्रों की सैलरी लेक्चरर पद के लिये 21000 रूपये प्रतिमाह महंगाई और वर्तमान परिस्थितियों के हिसाब से ठीक है। क्या इतनी सैलरी पाने वाले लेक्चरर पूरी ईमानदारी से छात्रों को पढ़ा पायेंगे या फिर यहां भी कुछ घालमेल होगा। सवाल बहुत हैं पर जवाब कौन देगा पता नहीं।