लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह के पहले दिन हुई इस घटना ने खड़े किए कई सवाल

Lu beats । Lucknow
लखनऊ विश्वविद्यालय अपने 100 साल पूरे करने जा रहा है। रविवार को शताब्दी वर्ष समारोह की शुरुआत की गई। शुरुआत कुलपति इलेवन और कुलसचिव इलेवन के बीच एक क्रिकेट मैच से की गई। इस क्रिकेट मैच के बीच एक ऐसी घटना घटी जिसके बाद पूरा विश्वविद्यालय प्रशासन खुद को बचाने की मुद्रा में उतर आया।
हुआ यूं कि मैच के दौरान कुलपति इलेवन और कुलसचिव इलेवन टीम के सदस्यों के बीच किसी बात को लेकर गहमागहमी हो गई। कुलसचिव इलेवन के एक सदस्य ने एंपायर पर उनकी टीम के सदस्यों को गलत तरीके से आउट करने के आरोप लगाए। गहमागहमी के बीच मैच रुक गया। चर्चाएं तो यह भी थी कि बात तू तू मैं मैं तक पहुंच गई। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो अगर कुलपति ने हस्तक्षेप ना किया होता तो बात और बढ़ जाती है।
हालांकि देर शाम विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कर्मचारी नेता डॉक्टर संजय शुक्ला का एक फेसबुक संदेश साझा किया गया।
यह है डॉ संजय शुक्ला के फेसबुक पेज से साझा किया गया संदेश……..

लखनऊ विश्वविद्यालय शताब्दी वर्ष समारोह में कुलपति एकादश एवं कुलसचिव एकादश मैच को लेकर जो अनेक प्रकार के भ्रांतियां फैल रही हैं वह सरासर गलत एवं बेबुनियाद है । प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार और मेरे बीच में किसी भी प्रकार का विवाद अथवा धक्का – मुक्की नहीं हुआ था हम दोनों लोग विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य हैं और विश्वविद्यालय के गरिमा प्रतिष्ठा के लिए अपना पूरा योगदान देने लिये प्रतिबद्ध हैं । विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा और गरिमा से ही हम सबके प्रतिष्ठा है । जहां तक मैच में बाधा का प्रश्न है इसमें किसी शिक्षक या विश्वविद्यालय प्रशासन की कोई गलती नहीं है । मैच के दौरान अंपायर गड़बड़ करने की कोशिश कर रहे थे जिसकी शिकायत हम लोगों द्वारा कुलसचिव महोदय से किया था जिसका बातचीत से समाधान निकल गया और मैच पूरा हुआ । अतः मैच के संबंध में धक्का – मुक्की , मारपिट अथवा झगड़े की खबर पूरी तरह से निराधार और सत्य से परे है ।
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शताब्दी वर्ष समारोह के पहले दिन इस तरह की चर्चाओं ने कई नए सवालों को जन्म दिया है।
