पहली और दूसरी साल के स्टूडेंट होंगे प्रमोट, संक्रमण के कारण नहीं हो सके शामिल तो दोबारा मिलेगा मौका

Uttar Pradesh Government promotes 11 officers of 1995-Batch to Principal Secretary
-योगी सरकार का बड़ा फैसला
LUCKNOW : उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते अगर कोई छात्र स्नातक व परास्नातक परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है तो उसे दोबारा मौका दिया जाएगा. वहीं, अन्य सेमेस्टर के छात्र छात्राओं को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. यह निर्देश उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने मंगलवार को जारी किए. उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों के लिए विश्वविद्यालय सुविधा अनुसार कार्यक्रम तय करके परीक्षा कराएगा. यह प्रावधान सिर्फ शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए लागू होगा. उन्होंने अगस्त में परीक्षा करा कर 8 से 31 अगस्त के तक परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने के निर्देश भी दिए हैं. शैक्षणिक सत्र 2021-22 आगामी 13 सितम्बर से प्रारम्भ किया जायेगा.

परिणाम से असंतुष्ट को दोबारा दे सकेंगे पेपर
ऐसे छात्र जो परीक्षा के संबंध में की जा रही व्यवस्थाओं के घोषित परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे , वे 2022 में आयोजित होने वाले बैक पेपर परीक्षा अथवा 2022-23 में आयोजित होने वाली वार्षिक / सेमेस्टर परीक्षा के उन समस्त / किसी भी विषय में सम्मिलित होकर अपने अंकों में सुधार करने के अवसर प्राप्त कर सकेंगे.
यह निर्देश भी किए गए जारी
– परीक्षा के दौरान कोविड -19 से बचाव के समस्त प्रोटोकाल एवं सोशल डिस्टेिन्सिंग का पालन किया जाना सुनिश्चित करें. केन्द्रों की संख्या बढ़ायी जायेगी. एक कमरे में छात्रों के बैठने की व्यवस्था इस प्रकार से की जाए कि सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो. कमरे में खिड़कियों एवं रौशनदान खोलकर परीक्षा सम्पन्न करायी जाय.
– परीक्षा के पहले एवं बाद में सेनेटाइजेशन की व्यवस्था , अनिवार्य फेस मास्क एवं थर्मल स्कैनिंग की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय ।
– महाविद्यालय / विश्वविद्यालय के प्राध्यापको , स्टाफ एवं छात्रों के वैक्सीनेशन का कार्य प्राथमिकता पर लिया जाए ।