Covaxin, Sputnik V के पास नहीं है डब्ल्यूएचओ का अप्रूवल

Lucknow : अगर आप Covaxin, Sputnik V जैसी कोई वैक्सीन लगाने के लिए परेशान भटक रहे हैं तो यह खबर आपके लिए. यूनाइटेड स्टेट्स के ज्यादातर विश्वविद्यालयों ने इन दोनों व्यक्तियों को लगवाने वाले भारतीय छात्रों को दोबारा वैक्सीन लगवाने की सलाह दी है. असल में अभी तक Covaxin, Sputnik V के पास डब्ल्यूएचओ का अप्रूवल नहीं है. इसलिए छात्रों को अगले सेमेस्टर शुरू होने से पहले किसी अन्य वैक्सीन को लेने की सलाह दी गई है.
छात्र है परेशान, दो अलग वैक्सीन की चिंता
विश्वविद्यालयों के इस आदेश से छात्रों में काफी तनाव है. छात्रों का कहना है कि वह पहले ही एक वैक्सीन लगवा चुके हैं. ऐसे में अब दोबारा एक अलग वैक्सीन लगवाने से इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है. अभी तक दो अलग-अलग वैक्सीन के इस्तेमाल से होने वाले नकारात्मक प्रभाव को लेकर कोई अध्ययन भी नहीं हो पाया. भारत से हर साल करीब दो लाख छात्र यूएस के विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए जाते हैं. यह उन छात्रों के लिए एक तनाव का विषय है. छात्र इस नए नियम से होने वाले नुकसान को लेकर काफी चिंतित हैं.
यूएस में इन वैक्सीन को है अप्रूवल
Covaxin, Sputnik V के पास अभी तक डब्ल्यूएचओ का अप्रूवल नहीं है. लेकिन, अमेरिका में तैयार हो रही फाइजर, जॉनसन एंड जॉनसन जैसी कंपनियों की वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ का अप्रूवल मिल चुका है. भारत के इन छात्रों के लिए यूनाइटेड स्टेट्स के कैंपस की ओर से लगाए गए इस नियम का असर यहां पहुंचने वाले छात्रों की संख्या पर पड़ना लाजमी है.