SKD New Standard Coaching : नीट 2022 में चयनित विद्यार्थियों का हुआ सम्मान

लखनऊ : एस.के.डी. एकेडमी की विक्रांत खण्ड शाखा में नीट 2022 में चयनित एस.के.डी. न्यू स्टैण्डर्ड कोचिंग के छात्रों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें चयनित छात्रों की काउंसिलिंग भी की गयी।
समारोह का प्रारम्भ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती पूजन से हुआ जिसमें मुख्य अतिथि मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का स्वागत संस्था के चेयरमैन एसकेडी सिंह एवं सह निदेशक कुसुम बत्रा ने शॉल, बुके व मोमेन्टो देकर किया।
मंत्री जी ने सभी बच्चों को आगामी डॉक्टर बनने के लिए आशीर्वाद दिया। एवं संस्था के सभी अग्रजों को विद्यार्थियों के इस सफल परिणाम के लिये बधाई दी।

इन्होंने पाई सफलता
एस.के.डी. न्यू स्टैण्डर्ड कोचिंग ने चयनित छात्रों में सौम्या चौबे AIR- 3183 Cate. Rank-1791, श्रुति शुक्ला AIR-5066 Cate. Rank- 2636, चक्रपानी पटेल AIR- 5306, Cate. Rank- 1815, सामिया अब्बास AIR- 6382, Cate. Rank- 3221, स्वतंत्र मिश्रा AIR- 8428, Cate. Rank- 4060, चरनजीत सिंह AIR- 9364,Cate. Rank- 4431, श्रुतिकीर्ति AIR- 9834, Cate. Rank- 4606, ऐनी सलाम AIR- 10112, Cate. Rank- 4719, रोहिनी सिंह AIR- 11648, Cate. Rank- 5319, शांतनु दुबे AIR- 11853, Cate. Rank- 1537, आदि, चयनित छात्रों को भेटस्वरूप घड़ियों, पदकों और स्ट्राली बैग देकर सम्मानित किया गया।

संस्था के संस्थापक प्रबन्धक प्रोफेसर एसकेडी सिंह एवं निदेशक मनीष सिंह ने चयनित छात्रों के अनेकों आशीर्वाद दिये तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सभी छात्रों के माता-पिता को भी सम्मानित किया गया।
संस्थापक एस.के.डी. सिंह ने छात्रों को आशीर्वाद देते हुए ये भी कहा कि हमें हर छात्र को शिक्षित करना है जिससे अशिक्षा पूर्णता समाप्त हो जाये। शिक्षा में किसी तरह की आर्थिक परेशानियाँ बाधा न बनें यही हमारा लक्ष्य है उन्होंने यह भी कहा कि समाज को एक सुदृढ़ और विकसित समाज बनाने में हम हमेशा अपना योगदान देते रहेंगे। संस्था के सभी अध्यापकों एवं चयनित छात्रों ने प्रोफेसर श्री एस.के.डी. सिंह जी को स्मृति चिन्ह, शाल और पुष्प प्रदान करके उनको सम्मानित किया।
छात्रों को सम्मानित करने के उपरान्त उत्कृष्ठ शिक्षा के सूत्रधार अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया। चेयरमैन तथा निदेशक ने अध्यापकों के कड़े परिश्रम की सराहना करते हुये कहा कि उत्तम शिक्षा और मार्गदर्शन के परिणामस्वरूप ही हम प्रति वर्ष कई डाक्टरों का निर्माण करते हैं।
